अगर आप पहली बार सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो जरूर confuse होंगे की somvar ke vrat me kya khaye ? सोमवार के व्रत में भोजन करने के 2 तरीके हैं। पहला की आप पूरा व्रत फलाहार से पूरा करें यानि सोमवार सूर्योदय से मंगलवार सूर्योदय तक केवल फलों का सेवन करें। दूसरा तरीका की 24 घंटे में 1 बार शाम को शिवपूजा के बाद अन्न गृहण करें और बाकी फलाहार लें। तो आइए जानते हैं की सोमवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए ?
सोमवार के व्रत में खाना कब खाना चाहिए
अगर आप ऊपर बताए 2 तरीकों में से दूसरी तरह से सोमवार का व्रत कर रहें हैं यानि की एक बार भोजन कर रहे हैं तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है की सोमवार के व्रत में खाना कब खाना चाहिए। सोमवार के व्रत में शाम को प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने के बाद खाना खाया जाता है। प्रत्येक साप्ताहिक व्रत में आप 24 घंटे में 1 बार अन्न ले सकते हैं।
प्रदोष काल क्या है ?
संध्या के समय जो प्रदोष काल कहा जाता है। एकदम सटीक शब्दों में कहे तों सूर्यास्त के 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद का समय प्रदोष काल का समय होता है। माना जाता है की इस समय में भोलेनाथ प्रसन्न होकर कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं। इसलिए प्रदोष कल शिवपूज का सबसे उपयुक्त समय माना गया है।
सोमवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए somvar ke vrat me kya khaye
सोमवार के व्रत में भोजन करने का सबसे महत्वपूर्ण नियम होता है की आप सफेद नमक का सेवन ना करें। इस दिन केवल मीठी और बिना नमक की वस्तुएं ही खाई जाती हैं। व्रत में केवल हल्का फुल्का ही खाएं पेट भरकर ना खाये। तो आइए पढ़ते हैं somvar ke vrat me kya khaye
- फल :- किसी भी व्रत में फल सबसे अच्छा आहार माना जाता है। सोमवार के व्रत में आप कोई भी ऋतुफल खा सकते हैं। नारियल पानी आदि भी पी सकते हैं। कच्चा नारियल भी आप खा सकते हैं। फल व्रत के दौरान आपके शरीर में पानी की पूर्ति करते रहेंगे।
- फलों का juice :- व्रत में आप फलों का juice और नारियल पानी आदि भी पीते रहें जिससे आपकी body dehydrate नहीं होगी।
- Dry fruits :- dry fruits ऊर्जा का बहुत अच्छा स्रोत होते हैं। कब मात्रा में भी खाने से dry fruits अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसलिए व्रत के दिन बीच बीच में काजू, किसमिस, मेवा, बादाम आदि dry fruits खाते रहें इससे आपको थकान कम महसूस होगी।
- दूध के उत्पाद :- सोमवार के व्रत में आप दूध, दही, छाछ और लस्सी आदि का भी सेवन कर सकते हैं। दूध दही आपकी शरीर की पानी की पूर्ति भी करेगा और शरीर को ऊर्जा भी देगा।
- साबूदाना :- सोमवार के व्रत में आप साबूदाने का भी सेवन कर सकते हैं। साबूदाने की खिचड़ी, खीर,पकोड़ी आदि आप बना सकते हैं।
- मूंगफली और मखाना :- मूंगफली और मखाने भी व्रत में खाये जाते हैं।
- पेठा :- सोमवार के व्रत में आप पेठे का सेवन भी कर सकते हैं। पेठा एक मिठाई होता है और यह पेठे के फल से ही बनाया जाता है।
- आलू से बनी चीजे :- आलू कार्बोहाइड्रेट का बहुत अच्छा स्रोत होता है। इससे हमें ऊर्जा मिलती है। आलू को उबालकर बिना नमक के आप आलू के व्यंजन खा सकते है। आप आलू का हलवा भी बना सकते हैं। सेंधा नमक का सेवन आप कर सकते हैं। आलू को बार बार ना खाएं केवल 1 बार जब ज्यादा भूख लगे तो खा लें।
- लौकी और कद्दू की सब्जी :- सोमवार के व्रत में आप शाम के भोजन में लौकी और कद्दू की सब्जी का भी सेवन कर सकते है।
- शाम का भोजन :- शाम को भोलेनाथ की पूजा करने के बाद आप भोजन में अन्न गृहण कर सकते हैं। इस भोजन को आप मीठा और बिना नमक का बनाए। जैसे चूरमा, हल्का, खीर, मीठी रोटी आदि आप खा सकते हैं। कूटू के आटा की रोटी, चिल्ला आदि बनाकर भी आप खा सकते हैं।
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शिवजी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए
बहुत लोगों के मन में ये सवाल रहता है की सोमवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए ? सोमवार के व्रत में तामसिक भोजन नहीं किया जाता हैं। तामसिक भोजन वो होता है जिसकी महक बहुत तेज होती है और जिससे हमारे शरीर में उत्तेजना आती है।
- नमक :- सोमवार के व्रत में कभी भी सफेद नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर किसी बीमारी जैसे high blood pressure या अन्य कोई कारण वंश आपको नमक का सेवन जरूरी है तो थोड़ा सेंधे नमक का प्रयोग करें।
- तामसिक भोजन :- सोमवार के व्रत में माँस मदिरा आदि का सेवन कभी भी नहीं करना चाहिए। केवल शुद्ध और सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए। ज्यादा लहसून, प्याज और अदरक का भोजन नहीं करना चाहिए। माना जाता है की तामसिक भोजन करने से जातक मे तन और मन दोनों में उत्तेजना आती है। लेकिन व्रत के दिन हमें केवल सात्विक विचार मन में लाने चाहिए।
- तला भुना खाना :- उपवास के दिन आप 1 बार भोजन गृहण करते हों। वह भोजन ज्यादा तला भुना और मसालेदार नहीं होना चाहिए। साधारण और कम मिर्च मसाले का भोजन ही करें। सोमवार के व्रत में अगर आप दिन में ज्यादा तला भुना snacks आदि लेते हैं तो इससे आपको ज्यादा प्यास लगेगी और पाचन भी खराब हो सकता है। इसलिए भोजन ऐसा ही लेना चाहिए जो जल्दी पचे और अधिक ऊर्जा दे।
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निष्कर्ष/ सारांश
प्रिय पाठकों इस post में हमने पढ़ा की सोमवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए । हमने जाना की सुबह से शाम तक सोमवार के व्रत में कैसे सात्विक दिनचर्या का पालन करते हुवे फलाहार करें और शाम को शिवपूजा के बाद सादा भोजन करें। इसके अलावा हमने यह भी जाना की सोमवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए । अगर आपको हमारी ये post पसंद आई है तो अपने प्रियजनों के साथ शेयर करना ना भूलें।
FAQ’s
सोमवार को कौन सा फल खाना चाहिए?
सोमवार के व्रत में आप सारे ऋतुफल खा सकते हैं। जब आप व्रत रखते हैं उस समय ऋतु के अनुसार आम, केला, सेव, पपीता जो भी फल मिले आप खा सकते हैं।
क्या सोमवार के व्रत में 12 बजे के बाद खा सकते हैं?
नहीं, सोमवार के व्रत में रात 12 बजे के बाद नहीं खा सकते हैं। प्रत्येक साप्ताहिक व्रत 24 घंटे का होता है। इसमें आप केवल 1 बार अन्न ले सकते हैं या फिर 24 घंटे बिना अन्न के फलाहार से भी व्रत कर सकते हैं। सोमवार के व्रत में अगर आप अन्न लेते हैं तो प्रदोष काल से शिवपूजा करने के बाद शाम को भोजन लें। फिर मंगलवार सूर्योदय तक अनाज नहीं लेना चाहिए।
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क्या सोमवार के व्रत में दूध पी सकते हैं ?
हाँ, सोमवार के व्रत मे दूध पी सकते हैं। सोमवार के व्रत में दूध और दूध के उत्पाद जैसे दही , पनीर, छाछ आदि का सेवन व्रत के दिन कर सकते हैं ।
क्या सोमवार के व्रत में चाय पी सकते हैं ?
हाँ , सोमवार व्रत मे आप चाय पी सकते हैं । लेकिन व्रत के दिन हमारा पेट खाली होता है इसलिए चाय पीने से पेट मे acidity हो सकती है । दिन में 1,2 बार चाय पी सकते हैं ।
सोमवार व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं ?
नहीं ,सोमवार के व्रत मे नमक खाना वर्जित माना गया है । हालांकि सेंधा नमक खा सकते हैं । धार्मिक मान्यता के अनुसार साधारण सफेद नमक को अशुद्धि युक्त माना जाता है क्यूंकी यह नमक तैयार होने से पहले कई औधोगिक ऐवम रासायनिक प्रक्रियाओ से होकर गुजरता है । सफेद नमक की तासीर गरम मानी जाती है जबकि सेंधा नमक की तासीर ठंडी मानी जाती है ।
सेंधा नमक साधारण नमक से क्यूँ अच्छा माना जाता है ?
- सेंधा नमक समुन्द्र में नहीं पाया जाता बल्कि पहाड़ों ,झीलों आदि के तट पर पत्थर के रूप मे जमा पाया जाता है।
- सेंधा नमक जिस रूप मे पाया जाता है उसी रूप मे हम तक पहुंचता है यानि पत्थर के रूप में ही बिकता है । आपने बहुत बार सड़क मे किनारे सेंधा नमक बेचने वाले ट्रैक्टर आदि वाहन देखे होंगे जिनमे सेंधा नमक के पत्थर मिलते हैं ।इसलिए सेंधा नमक को ही नमक का शुद्ध रूप माना जाता है ।
- साधारण नमक समुन्द्र से निकालने से ग्राहक तक पहुँचने में बहुत सारी chemical processes से होकर गुजरता है इसलिए उसे नमक का शुद्ध रूप नहीं मन जाता है।
- सेंधा नमक हमारे पाचन मे सहायक होता है ऐवम छोटे मोटे पेट के संक्रमण भी ठीक कर देता है ।
- जिनको bp ( High blood pressure ) की शिकायत रहती उन्हे सेंधा नमक खाने की सलाह दी जाती है क्यूंकी सेंधा नमक blood pressure को नियंत्रित रखता है ।
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