shanivar vrat me kya khaye, यह जानने के लिए यह जानना बहुत जरूर ही है की शनिवार व्रत में कब और कितनी बार भोजन किया जाता है। शनिवार के व्रत को आप पूर्ण फलाहार पर भी कर सकते हो और एक बार भोजन करके भी कर सकते हो। किसी भी व्रत में भोजन से संबंधित अलग अलग नियम होते हैं जैसे किसी व्रत में खट्टा नहीं खाना चाहिए तो किसी व्रत में चावल खाना वर्जित है। तो आइए इस पोस्ट में शनिवार व्रत के भोजन से संबंधित आपके सारे प्रश्नों के उत्तर खोजते हैं।
शनिवार उपवास में भोजन करने के 3 तरीके
निर्जला व्रत
निर्जला जैसा की नाम से स्पष्ट है बिना जल का। इस व्रत के दिन सूर्योदय से लेकर अगले दिन सूर्योदय तक अन्न, जल, फल आदि सब का त्याग करते हैं। सामान्यतया करवा चौथ और निर्जला एकादशी का व्रत निर्जला रखा जाता है। साप्ताहिक व्रत निर्जला रखने की कोई जरूरत नहीं होती है।
पूर्ण फलाहार व्रत
इस प्रकार के व्रत में आप व्रत के दिन के सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक केवल जल और फलों का सेवन करते हो। अन्न का सेवन इस व्रत में एक बार भी नहीं किया जाता है। अगर आपका शरीर सक्षम है तो आप साप्ताहिक व्रत पूर्ण फलाहार पर जरूर करें। पूर्ण फलाहार पर व्रत रखने से हमारे शरीर की सारी extra चर्बी और मोटापा कुछ हद तक कम होता है।
पूरे दिन फल खाने से हमारे पाचन तंत्र को भी आराम मिलता है और हमारे शरीर की अशुद्धियाँ बाहर निकलने लगती है। पूर्ण फलाहार व्रत में भी कुछ लोग नमक लगाकर फल खाते हैं तो कुछ नमक का सेवन नहीं करते हैं। किसी भी व्रत के दिन साधारण सफेद नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। फल आदि पर सेंधा नमक लगाकर खा सकते हैं।
एक समय भोजन करना
व्रत करने का तीसरा और सबसे प्रचलित तरीका हैं की आप व्रत के दिन, दिन में फलाहार करें और शाम को एक समय भोजन करें। इस भोजन में आप अन्न का प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप इस तरीके से शनिवार का व्रत रखते हैं तो आपके मन में भी कई विचार आते होंगे जैसे शनिवार के दिन क्या नहीं खाना चाहिए और शनिवार के व्रत में कौन सा फल खाना चाहिए? तो आइए जानते हैं अगर आप शाम को एक समय भोजन करते हो तो उसमें आपको क्या क्या खाना चाहिए और क्या वर्जित है। साथ ही यह भी जानेंगे की दिन में अगर भूख लगे तो बिना अन्न के कैसे भूख को शांत करें।
shanivar vrat me kya khaye – शनिवार व्रत का भोजन
शनिवार के व्रत में आपको शनिवार सूर्योदय से रविवार सूर्योदय तक उपवास का पालन करना होता है। तो आइए जानते हैं शनिवार सुबह से रविवार सुबह तक भोजन से संबंधित आपकी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए। ध्यान रखें जो भी भोजन हम नीचे पढ़ेंगे उसे कभी भी भरपेट ना खाएं। व्रत में दिन उतना ही खाए जिससे आपको इतनी ऊर्जा मिल जाए की आप व्रत continue रख सकें।
- सुबह का भोजन :- शनिवार सुबह जल्दी उठकर नहाने से पहले आपको कुछ भी मुंह में नहीं डालना चाहिए। स्नान आदि के बाद आप चाय कॉफी आदि ले सकते हैं। याद रहें अगर आप चाय कॉफी नहीं पीते हैं तो सादा सफेद दूध ना लें। शनिवार व्रत में सफेद खाने की वस्तुओं का उपयोग नहीं किया जाता है। दूध में गुड़,हल्दी या केसर डालकर लें जिससे उसका रंग सफेद ना रहे।
- फलाहार :- सुबह चाय कॉफी लेने के बाद जब 10, 11 बजे तक आपके थोड़ी भूख महसूस हो तो आप फलों का सेवन कर सकते हैं। चूंकि शनिदेव को काले रंग की वस्तुएं बहुत पसंद हैं इसलिए शनिवार व्रत में काले रंग के फल ही ज्यादा खाए जाते हैं। काले फलों में काले अंगूर, काले जामुन आदि खा सकते हैं। इसके अलावा केला, आम आदि मीठे फलों का सेवन भी कर सकते हैं।
- मखाने/साबूदाना :- फलाहार करने के बाद दोपहर में 2,3 बजे जब दुबारा थोड़ी भूख महसूस हो तो आप साबूदाना की खिचड़ी, मखाने आदि खा सकते हैं।
- शाम की चाय :- दोपहर के बाद शाम को 4,5 बजे चाय के साथ भी आप थोड़े मखाने, मुरमुरे आदि खा सकते हैं। शाम के चाय के बाद हो सकते तो कुछ ना खाएं। शाम को शनिदेव की पूजा अर्चना करने के बाद भी भोजन करें।
- शाम का भोजन :– शाम को शनिदेव की पूजा अर्चना करके आप भोजन कर सकते हैं। यह भोजन मीठा और बिना नमक का लिया जाता है। भगवान शनि के काले रंग के प्रेम के कारण भोजन भी काले रंग का बनाया जाता है। शनिवार के व्रत में शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है इसलिए इस दिन सरसों के तेल से भोजन नहीं बनाया जाता। घी में भोजन बनाए तो बहुत उत्तम रहेगा। नीचे दिए गए व्यंजन आप आसानी से घर पर शनिवार व्रत में बना सकते हैं।
- गुलाब जामुन
- काली उड़द की दाल की खिचड़ी।
- काले चने की सब्जी।
- काले तिलों से बने व्यंजन।
- राजमा ।
- कुटु के आटे की रोटी, पराठा,पकोड़ी आदि।
- सिंघाड़े का हलवा और मीठी पूड़ी।
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शनिवार के दिन क्या नहीं खाना चाहिए
निम्न वस्तुओं का शनिवार को भोग करने से बचना चाहिए।
- शनिवार व्रत के पुण्य प्राप्ति के लिए यह बहुत जरूरी हैं की हम सात्विक भोजन ही करें। व्रत के दिन ज्यादा तला भुना और मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए। ज्यादा मसालेदार भोजन करने से बार बार प्यास लगेगी और व्रत रखना मुश्किल हो जाएगा। मीठा और बिना नमक का भोजन व्रत के लिए उत्तम रहता है।
- शराब-मदिरा और मांस मछली आदि तामसिक भोजन से बचना चाहिए वरना शनिदेव का कोप झेलना पड़ सकता हैं।
- मसूर की दाल का सेवन भी शनिवार को नहीं किया जाता है।
- शनिवार के दिन सफेद भोजन नहीं किया जाता है क्यूंकी सफेद रंग शुक्र गृह से संबंधित हैं। शनिवार को सादा दूध पीने से बचना चाहिए क्यूंकी उसका रंग सफेद होता है। अगर दूध का सेवन करना ही है तो दूध में हल्दी या गुड आदि कुछ डालकर ही पिए।
- दूध की तरह दही भी सफेद होता है जो शुक्र गृह से संबंधित माना जाता है इसलिए दही का सेवन भी करना है तो उसमे पीसा हुआ जीरा, धनिया इत्यादि मिलकर ही सेवन करें।
- शनिवार का भोजन सरसों के तेल में कभी ना बनाएं क्यूंकी शनिवार को सरसों का तेल शनिदेव को चढ़ाया जाता है। इस दिन शुद्ध देशी घी में भोजन बनाएं।
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FAQ
शनि देव को कौन सा प्रसाद चढ़ाया जाता है?
शनिदेव को वैसे तो काली चीजों का भोग लगाया जाता है। शनि देव को प्रसन्न करने लिए भक्त जन उड़द की दाल का भोग लगाते हैं। काले तिल के लड्डू का भोग भी शनिदेव को बहुत पसंद है। शनि देव को भोग में मीठी वस्तुए भी भेंट की जाती हैं जैसे मीठी पूड़ी। माना जाता है की उड़द की दाल काले तिल के लड्डू आदि का भोग लगाने से शनिगृह शांत होता है।
Pinterest – शनिवार व्रत का भोजन
क्या मैं शनिवार के व्रत में दूध पी सकता हूं?
नहीं, मान्यता है की शनिवार के दिन कभी भी सादा दूध नहीं पीना चाहिए। अगर शनिवार को दूध में केशर, गुड़ या हल्दी मिलकर पिए तो शुभ माना जाता है।
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शनिवार के व्रत में नमक खा सकते हैं क्या?
सामान्यतया मान्यता के अनुसार लगभग किसी भी व्रत में सादा सफेद नमक नहीं कहते हैं। क्यूंकी सफेद नमक अशुद्धियों से युक्त माना जाता है। सेंधा नमक शनिवार के व्रत में खा सकते हैं। सेंधा नमक झीलों आदि पानी के स्रोतों के किनारे पत्थर के रूप में जमा मिलता है एवं उसी रूप में बाजार में बिकता है। इसलिए इसे नमक का शुद्ध रूप माना जाता है। इसके विपरीत सफेद नमक समुन्द्र से हमारे घरों तक पहुँचने में शुद्धिकरण की बहुत सारी रासायनिक क्रियाओं से होकर गुजरता है।
शनिवार के व्रत में सेंधा नमक खा सकते हैं ?
हाँ, शनिवार के व्रत में सेंधा नमक खा सकते हैं। अधिक विवरण के लिए ऊपर के प्रश्न का उतर पढ़ें।
शनि देव को कौन सी मिठाई पसंद है?
शनिदेव को काले तिल के लड्डू, उड़द की दाल की खिचड़ी, गुड़, मीठी पूड़ी इत्यादि बहुत प्रिय हैं। शनिदेव को मीठा बहुत पसंद है इसलिए शनिदेव को भोग में मीठा अवश्य चढ़ाया जाता है।
शनिवार को कौन सी सब्जी खानी चाहिए?
शनिदेव को काला रंग बहुत पसंद है। इसलिए उनको सामान्यतया काली चीजों का ही भोग लगाया जाता है। भक्तजन भी अगर काले चने कि सब्जी खाए तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
शनिवार के व्रत में कौन सा फल खाना चाहिए?
शनिदेव के व्रत में ज्यादातर काले रंग की खाद्य वस्तुओं का ही सेवन करें। जैसे काले जामुन, काले अंगूर आदि काले रंग के फलों का सेवन किया जाता है।
शनिवार के व्रत में आलू खा सकते हैं
हाँ, शनिवार के व्रत में आलू खा सकते हैं। आलू खाने में शनिवार के व्रत में कोई परहेज नहीं है।
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