शनिवार व्रत के 7 लाभ shanivar vrat ke fayde

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दीर्घायु, धन संपदा में वृद्धि, शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम, रोग मुक्ति आदि कुछ लाभ shanivar vrat ke fayde में प्रमुख है। इस post में इन्ही शनिवार व्रत के लाभों के बारे में पढ़ेंगे और जानेंगे की शनिवार का व्रत किसे करना चाहिए। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है। शनिदेव को प्रसन्न करने में शनिवार का व्रत रखा जाता है।

shanivar vrat ke fayde | शनिवार व्रत के 7 लाभ

  • शनिवार का व्रत करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनिग्रह शांत रहता है।
  • शनिवार का व्रत शनिदेव को प्रसन्न रखने से साथ साथ राहू और केतू के क्रोध से भी बचाता है।
  • अगर किसी व्यक्ति के शनि की दशा लगी हुई और शनिदेव क्रोधित हैं तो शनिवार का व्रत रखने से शनिदेव का क्रोध कम होता है और शनिवार की दशा धीरे धीरे हटने लगती हैं।
  • शनिवार का व्रत रखने से घर में धन संपदा आती है और खुशहाली बनी रहती है।
  • शनिवार व्रत मानव देह के कष्ट हरने वाला भी माना जाता है। इसलिए शनिवार का व्रत करने से रोगों से मुक्ति मिलती है, शरीर स्वस्थ रहता है और दीर्घायु प्राप्त होती है।
  • शनिवार का व्रत व्यापार कारोबार और नौकरी में भी सफलता प्रदान करता है।

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shanivar ko kya nahi karna chahiye शनिवार को क्या नहीं करना चाहिए

शनिदेव सभी देवों में सबसे क्रोधी स्वभाव के माने जाते हैं इसलिए शनिवार के दिन व्रत रखने के साथ ही हमें अपने आचरण पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। शनिवार के दिन हमें वो कार्य कभी नहीं करने चाहिए जिन्हे करने से शनिदेव नाराज होते हैं वरना व्रत का फल हमें कभी नहीं मिलेगा । तो आइए जानते हैं shanivar ko kya nahi karna chahiye

shanivar ko kya nahi karna chahiye
shanivar ko kya nahi karna chahiye
  • शनिवार के दिन माँस और शराब का सेवन कभी नहीं करना चाहिए वरना शनिदेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
  • शनिवार को शनिदेव से सम्बन्धित वस्तुओं को कभी नहीं खरीदना चाहिए ऐसा करने से शनिदेव नाराज होते हैं। शनिवार को ऐसी वस्तुओं का दान करना चाहिए।
  • लोहा शनिदेव की धातु माना जाता है इसलिए शनिवार को कभी भी लोहे से बनी वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए। लोहे का दान करना शनिवार को शुभ माना जाता है।
  • शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है लेकिन भूलकर भी शनिवार को सरसों का तेल न खरीदें। शनिवार को सरसों के तेल का दान कर सकते हैं लेकिन खरीदना अशुभ माना जाता हैं।
  • शनिवार को नमक भी नहीं खरीदा जाता। मान्यता है की शनिवार को नमक खरीदने से आर्थिक दशा बिगड़ती है और कर्ज का बोझ बढ़ता है।
  • शनिवार को सादे दूध और दही का सेवन करने से बचना चाहिए। अगर दूध दही का सेवन करना है तो उसमे गुड, जीरा आदि मिलकर सेवन करें।
  • शनिवार को बाल एवं नाखून काटना भी वर्जित माना गया है।
  • काला रंग शनिदेव का रंग माना जाता है। इस दिन कोयला, काले तिल, चमड़ा, काले वस्त्र आदि नहीं खरीदना चाहिए। क्यूंकी शनिवार को शनिदेव की प्रिय वस्तुओं का दान किया जाता है न की खरीदा जाता है।
  • शनिवार को मसूर की दाल सेवन करना भी वर्जित माना गया है।

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shanivar ko kya karna chahiye शनिवार को क्या करना चाहिए

अभी तक हमने जाना की शनिवार के व्रत में क्या क्या नहीं करें जिससे हमे शनिदेव का क्रोध न झेलना पड़े। तो आइए अब जानते हैं की कौन कौन से कार्य है जिन्हे शनिवार को करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।

shanivar ko kya karna chahiye
shanivar ko kya karna chahiye
  • शनिवार को शनिदेव से सम्बन्धित वस्तुओं का दान करना चाहिए। शनिवार को सरसों के तेल का दान से शनिदेव की अपार कृपा प्राप्त होती हैं।
  • मान्यता है की शनिवार को कौवों को भोजन कराने से हमें शनिदेव के साथ साथ हमारे पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
  • शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाकर जल चढ़ाने से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दिया जलाकर शनिदेव को काले तिल या काली उड़द की दाल अर्पित करें।
  • शनिवार के व्रत में शनिदेव को काले रंग के कपड़े, काले तिल आदि अर्पित करना कार्यसाधक माना जाता है।
  • शनिदेव की कृपा बनी रहे इसके लिए शनिवार को लोहे की वस्तुओं का दान करना चाहिए। यह दान आप किसी गरीब या मंदिर में भी कर सकते हैं।

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FAQs

घर में शनिदेव की पूजा क्यों नहीं की जाती है?

घर में शनिदेव की ना ही तो मूर्ति रखी जाती है और ना ही उनकी घर में पूजा की जाती है। इसके पीछे एक पौराणिक कहानी है। शनिदेव भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त थे। एक बार शनिदेव कृष्णजी की भक्ति में लीन थे, तभी उनकी पत्नी उनके पास आई। संतान प्राप्ति की इच्छा लिए उनकी पत्नी ने उनका ध्यान आकर्षित करने का खूब प्रयत्न किया लेकिन विफल रही। शनिदेव श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहें और उनकी तरफ अपनी नजरे भी नहीं की। तब क्रोधित होकर शनिदेव की पत्नी ने उन्हे श्राप दिया की आज इतने प्रयत्न के बाद भी उन्होंने अपनी नजरे अपनी पत्नी की तरफ नहीं की । आज उन्होंने अपना पति धर्म नहीं निभाया। उन्हे श्राप दिया की आज के बाद जिस पर भी शनिदेव की नजरे पड़ेगी उसका हमेशा अहित होगा, सर्वनाश होगा। इसलिए घर में उनकी मूर्ति की नजरे उनके भक्तों और बाकी घर के सदस्यों पर ना पड़ें इसीलिए उनकी मूर्ति घर में नहीं रखी जाती।

शनि देव की पत्नी ने शनिदेव को क्या श्राप दिया था?

ऊपर दी गई पौराणिक कथा के अनुसार शनिदेव की पत्नी ने उन्हे श्राप दिया था की जिस किसी पर शनिदेव की नजरे पड़ेगी उसका हमेशा अहित होगा। इसलिए ही शनिदेव की मूर्ति घर में नहीं रखी जाती और उनकी पूजा करते समय उनकी मूर्ति से कभी नजरे नहीं मिलाई जाती। इसी कारण उनका शीला रूप पूजा जाता है।

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