budhwar vrat mein kya khana chahie बुधवार के खाने में इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान

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budhwar vrat mein kya khana chahie :- माना जाता है की जब गणेश जी पैदा हुए थे तो उस समय भगवान शिव और माता पार्वती के अलावा केवल वहाँ बुद्धदेव मौजूद थे। इसलिए बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित हुआ। बुधवार का दिन हरे रंग से सम्बन्धित है इसलिए इस दिन हरे रंग की वस्तुए दान की जाती है और हरे रंग का भोजन ही किया जाता है। कई बार ज्ञान के अभाव में हम ऐसी वस्तु का सेवन कर लेते हैं जिससे हमारा व्रत टूट जाता है। इसलिए हमें यह पता होना बहुत जरूरी है की किस व्रत में कौनसी वस्तु खा सकते हैं।

budhwar vrat mein kya khana chahie बुधवार व्रत का भोजन

हर जातक में मन में यह विचार जरूर आता है की गणेश जी के व्रत में क्या खाना चाहिए। बुधवार के व्रत में बुधवार की सूर्योदय से लेकर गुरुवार के सूर्योदय तक केवल एक ही बार खाना खाया जाता है। दिन में आप फल खा सकते हैं। बुधवार की शाम को पूजा अर्चना करके आप एक बार अन्न ग्रहण करें। बुधवार व्रत में हरे रंग की पकवान बनाए और खाये जाते हैं। हरे रंग का बुधवार को विशेष महत्व होता है क्यूंकी हरा रंग गणपती बप्पा को बहुत प्रिय है। बुधवार को आप निम्न हरे रंग के पकवान बना सकते हैं।

budhwar vrat ka bhojan
budhwar vrat ka bhojan
  • हरी मूंग दाल का हल्वा :- बुधवार को आप मूंगदाल का हल्वा बना सकते हैं। मूंग दाल का कोई भी पकवान इस दिन बनाए और दान करें तो गणपती की कृपा बनी रहेगी।
  • हरी सब्जी :- इस दिन हरी पालक, सरसों का साग आदि कोई भी हरे रंग की सब्जी आप बनाकर खा सकते हैं। सब्जी में हरी मिर्च का प्रयोग जरूर करें।
  • सिंघाड़े की रोटी :- सिंघाड़े के आटे की रोटी भी आप इस दिन खा सकते हैं।
  • दही/दूध :- दही दूध का सेवन भी बुधवार व्रत में कर सकते हैं।
  • फल :- दिन में आप फल खा सकते हैं और शाम को एक बार अन्न। फलों में अमरूद और पपीता खाना बहुत शुभ माना जाता है।आप सारे फल खा सकते हैं किसी फल को खाने की मनाही नहीं है।

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बुधवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?

अभी तक ऊपर हमने पढ़ा की बुधवार के व्रत में क्या क्या खाना चाहिए। लेकिन हमने यह जानना भी उतना ही जरूरी है की हमें क्या नहीं खाना चाहिए। वरना हमारा व्रत टूट सकता है और व्रत टूटने के पाप का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं बुधवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • नमक :- बुधवार के व्रत में नमक का सेवन वर्जित है।
  • पान :- बुधवार को पान गणेश जी को अर्पित किया जाता है इसलिए इस दिन पान का सेवन नहीं किया जाता है।

यह भी पढ़ें :- बुधवार व्रत कथा – गणेश जी की कथा ।

FAQs

गणेश जी को क्या क्या नहीं चढ़ाना चाहिए?

गणेश जी को निम्न चीजे चढ़ाना वर्जित माना गया है।

  1. तुलसी :- गणेश जी को तुलसी कभी नहीं चढ़ाई जाती है। इसलिए भूलकर भी गणेश जी की पूजा में तुलसी का पत्ता अर्पित नहीं करना चाहिए। अगर आप इसके पीछे का कारण जानना चाहते हैं तो मेरे द्वारा quora पर लिखा artical जरूर पढ़ें। गणेश जी को तुलसी क्यू नहीं चढ़ाई जाती है।
  2. सूखे और टूटे हुवे चावल :- गणेश जी को सूखे चावल नहीं चढ़ाएं जाते हैं। गणपती पूजा में हमेशा गीले चावल ही चढ़ाए जाते हैं। टूटे चावल भी किसी देवता को नहीं चढ़ाए जाते हैं इसलिए हमेश अक्षत यानि साबुत चावल ही गणपती पूजा में चढ़ाएं।
  3. सफेद रंग की वस्तुए :- गणपती को सफेद जनेऊ, सफेद पुष्प, सफेद चंदन आदि नहीं चढ़ाएं जाते हैं। गणेश जी को हरे रंग की वस्तुए ही भोग लगाई जाती हैं।
  4. केतकी का फूल :- हिन्दू धर्म ग्रंथों में भगवान शिव और पुत्र गणेश की पूजा में केतकी का फूल निषेध बताया गया हैं। इसलिए गणपती पूजा में केतकी पुष्प कभी काम में नहीं लिया जाता ।

बुधवार को खिचड़ी खाना चाहिए या नहीं

हाँ, बुधवार को आप खिचड़ी खा सकते हैं। बुधवार को खिचडी खाने की कोई मनाही नहीं है। सामान्यतया बुधवार को हरे रंग की वस्तुए खाई जाती हैं। इसलिए मूंग दाल आदि की खिचड़ी खा सकते हैं।

बुधवार के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं

नहीं, बुधवार के व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। सामान्यतया सप्ताह की सातों दिनों के व्रतों में नमक का सेवन नहीं करते, फीका और मीठा खाना ही खाया जाता है।

गणेश जी को कौन सा फल पसंद है?

मान्यता है की भगवान गणेश को बेल का फल सबसे अधिक प्रिय है। इसके अलावा केले, सीताफल, अमरूद और काले जामुन भी पसंद हैं।

गणेश जी को कौन से रंग के फूल पसंद है?

गौरी पुत्र गणेश को लाल रंग के फूल सबसे अधिक प्रिय हैं। इसलिए उनकी पूजा में लाल रंग के फूल जरूर अर्पित करें। उन्हे लाल रंग के गुड़हल के फूल, लाल गुलाब और गेंदे का फूल अर्पित किया जाता है।

गणेश जी को कितने लड्डू चढ़ाने चाहिए?

सामान्यतया गणेश जी की पूजा में उन्हे 5, 11, 21, 51 आदि की संख्या में लड्डुओं का भोग लगाया जाता है।

क्या हम भगवान गणेश को चावल चढ़ा सकते हैं?

हाँ गणेश जी को चावल चढ़ा सकते हैं। लेकिन गणेश जी चावल चढ़ाते समय 2 बातों का ध्यान रखें।

  1. गणेश जी को टूटे हुवे चावल कभी ना चढ़ाएं उन्हे अक्षत ही चढ़ाएं। अक्षत, यानि जिसकी क्षति ना हुई हो अर्थात वो चावल जो साबुत हो टूटे ना हों।
  2. गणपती को सूखे चावल कभी ना चढ़ाएं। भगवान गणेश को हमेशा गीले चावल ही चढ़ाएं जाते हैं।

यह भी पढ़ें :- बुधवार व्रत के टोटके और उपाय ।

चेतावनी – इस artical में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह जानकारी लेखक द्वारा विभिन्न माध्यमों से एकत्रित कर पाठकों तक पहुंचाई गई हैं। यह आम धारणाओं और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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