Karva Chauth ke din kaun se colour ke kapde pahne :- करवा चौथ का व्रत सुहागिन स्त्री के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है । इस दिन पूर्ण विधि विधान से व्रत ना किया जाते तो व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसलिए करवा चौथ व्रत के नियम जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जो स्त्रियाँ पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं उनके मन में कपड़ों और व्रत के भोजन से सम्बन्धित बहुत से प्रसन्न आते हैं जैसे की करवा चौथ के दिन कौन से कलर के कपड़े पहने? सरगी में क्या क्या खाते हैं? करवा चौथ में पानी कब पिए? इस post हमने इन्ही कुछ प्रश्नों का उतर देने की कोशिस की है।
Karva Chauth ke din kaun se colour ke kapde pahne
करवा चौथ के दिन ज्यादातर महिलाये लाल , महरूम , पीले , नारंगी और गुलाबी रंग के कपड़े पहनती हैं। इस दिन काले रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है। सफेद रंग के कपड़े भी इस दिन नहीं पहने जाते हैं क्यूंकी सामान्यतया धार्मिक मान्यता है की सुहागिन महिलाये सफेद रंग के कपड़े या साड़ी नहीं पहनती। पुराने समय में विधवा महिलाये सफेद रंग के वस्त्र पहनती थी।
यह भी पढ़ें – करवा चौथ के दिन क्या पहने और सरगी में क्या खाएं ।
क्या आप करवा चौथ पर काला पहन सकती हैं?
नहीं, सनातन धर्म में शुभ अवसर पर काले रंग के वस्त्र पहनना अशुभ माना जाता है। इसलिए यथासंभव करवा चौथ पर काले रंग के वस्त्र साड़ी पहनने से बचे।
करवा चौथ के दिन कौन से कलर की साड़ी पहननी चाहिए?
करवा चौथ सुहागिन स्त्रियों के लिए सबसे बड़ा पर्व होता है। इसलिए इस दिन काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए । हिन्दू धर्म में शुभ अवसरों पर काला रंग पहनना अशुभ माना जाता है। इस दिन 16 शृंगार करके लाल , महरूम , गुलाबी या पीले इत्यादि रंग की साड़ी आदि वस्त्र धारण करें।
क्या करवा चौथ पर पीले कपड़े पहन सकते हैं?
हाँ , करवा चौथ पर पीले रंग के वस्त्र पहने जा सकते हैं। जैसा की हमने ऊपर बताया की इस दिन काले रंग के वस्त्र नहीं पहने जाते हैं बाकी लाल, महरूम, गुलाबी और पीले रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें – करवा चौथ पूजा और चंद्र पूजा विधि और नियम।
करवा चौथ के लिए कौन सा रंग अच्छा है?
करवा चौथ के लिए लाल, गुलाबी , पीला ,नारंगी और महरूम रंग शुभ माना जाता है और ज़्यादातर महिलायें इन्ही रंग के कपड़े पहनती हैं जबकि काले रंग के कपड़े नहीं पहने जाते है।
करवा चौथ पर नए कपड़े पहनना जरूरी है?
नहीं , किसी भी व्रत या पर्व पर नए वस्त्र पहनना जरूरी नहीं होता है। अपनी सामर्थ्य के अनुसार ही कपड़े खरीदें । अगर आप नए कपड़े खरीदने में समर्थ हैं तो नए वस्त्र जरूर पहने । क्यूंकी नए वस्त्र पहली बार पहले जाते हैं तो उन्हे स्वच्छ और निर्मल माना जाता है। अगर आप पुराने वस्त्र पहनते हैं तो उन्हे अच्छी तरह साफ पानी में धोकर पहने सकते हैं।
सरगी में क्या क्या खाते हैं?
सरगी मे ऐसा अल्पाहार लिया जाता है जो ऊर्जा से भरपूर हो क्यूंकी इसे खाने के बाद पूरे दिन निर्जला और निराहार रहना होता है। सरगी में सामान्यतया dry fruits भी खाए जाते है क्यूंकी वे ऊर्जा से भरपूर होते हैं। सरगी में निम्न भोजन शामिल करें
- सरगी में दूध और दूध से बनी वस्तुए ज्यादा खाए क्यूंकी वे ऊर्जा से भरपूर होती हैं। इस दिन दूध से बनी सेवइयाँ ( फेनियाँ ) खाई जाती हैं।
- सब्जी में पनीर और पतेदार सब्जियां एवं अन्न में कोई पराठा इत्यादि शामिल करें।
- फल – केले , सेव , अनार ।
- एक कप चाय या कॉफी या बादाम वाला दूध पी सकते हैं।
- dry fruits – बादाम , मेवे ,खजूर , काजू , अखरोट ।
- कचा नारियल ( नारियल की गीरी ) भी ऊर्जा से भरपूर होता है इसलिए इसे भी सरगी में शामिल करें। और नारियल पानी भी पिए इससे दिन में dehydration नहीं होगा।
सरगी कितने बजे खाई जाती है?
सरगी सूर्योदय से पहले खाई जाती है । ब्रह्मकाल यानि सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले का समय सरगी के सेवन के लिए सर्वोतम माना गया है।
सरगी में पानी हो सकता है क्या?
हाँ, सरगी में पानी हो सकता है। सरगी में पानी और नारियल पानी दोनों पिए जाते हैं। लेकिन एक बार आपने सरगी का सेवन कर लिया उसके बाद अन्न और जल न गृहण करें।
सरगी क्यों खाई जाती है?
करवा चौथ के व्रत को सूर्योदय से पहले सास द्वारा बहू को दिया गया अल्पाहार सरगी कहलाता है। सरगी इसलिए दिया जाता है की व्रत रखने वाली सुहागिन को सरगी गृहण करके इतनी ऊर्जा और शक्ति मिले की वह पूरे दिन निर्जला और बिना अन्न के रह सके। इसीलिए सरगी में ऐसा भोजन दिया जाता है जिसमे भरपूर ऊर्जा हो। यह सास द्वारा अपनी बहू को आशीर्वाद होता है जिससे वह करवा चौथ का कठिन व्रत भी आसानी से कर सके।
क्या सरगी से पहले नहाना जरूरी है?
हाँ, सरगी के सेवन से पहले स्नान इत्यादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें । उसके बाद अपनी सास के चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद ले और सरगी का सेवन करें। करवा चौथ का व्रत एक सुहागिन के लिए बहुत ही शुभ दिन होता है इसलिए इसकी शुरुवात से पहले तन और मन दोनों पावन और निर्मल होने आवश्यक हैं।
सरगी कौन दे सकता है?
सरगी हमेशा सास द्वारा बहुत को दी जाती है। मगर अगर किसी कारण वंश सास घर में नहीं है तो घर की बुजुर्ग महिला द्वारा सरगी दी जाती है। सरगी ऐसा अल्पाहार है जो करवा चौथ के व्रत को शुरू करने से पहले सूर्योदय से पहले लिया जाता है। सरगी सास का बहू को आशीर्वाद होता है जिससे वह करवा चौथ का व्रत पूर्ण निष्टा से रख सके। इसलिए यह आशीर्वाद सास के ना होने पर घर की कोई भी सास समान महिला दे सकती है।
यह भी पढ़ें – करवा चौथ की कथा ।
सरगी खाने के बाद क्या मुझे नींद आ सकती है?
हाँ, सरगी खाने के बाद नींद आ सकती है। ऐसी मान्यता है की सरगी खाने के बाद सोना चाहिए ताकि जब आप उठे तो तब से व्रत चौथ के दिन की शुरुवात मानी जाए और आप निर्जला और निराहार रहकर व्रत रखें।
करवा चौथ में पानी कब पिए?
करवा चौथ में पूरे दिन निर्जला रहें। रात को चाँद निकलने के बाद चाँद और अपने पति के पूजा करने के बाद अपने पति के हाथ से पानी पिए। अगर आपके पति किसी कारण वंश पास में नहीं हैं तो चंद्रपुजा के बाद स्वयं पानी पियें.
चेतावनी – इस artical में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह जानकारी लेखक द्वारा विभिन्न माध्यमों से एकत्रित कर पाठकों तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।