solah somvar vrat samagri in hindi : सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित माना जाता है। माना जाता है की माता पार्वती ने भगवान शिव को अपना वर बनाने के लिए सोमवार के 16 व्रत किए थे। तभी से सोलह सोमवार का व्रत कुंवारी लड़कियां मनपसंद वर पाने के लिए करती हैं। विवाहित महिलायें सोलह सोमवार का व्रत सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए एवं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती हैं। सावन का महिना भगवान शिव का प्रिय महिना माना जाता है। सावन के महीने से 16 सोमवार का व्रत आरंभ करना और भी फलदायी माना गया है।
solah somvar vrat 2023 date
इस साल 2023 में सावन का महिना 4 जुलाई 2023, मंगलवार से आरंभ होगा। पहला सोमवार का व्रत 10 जुलाई 2023 को आएगा। 2023 में 8 सोमवार सावन के आएंगे।
सावन का महिना आरंभ | 4 जुलाई 2023, मंगलवार |
पहला सोमवार का व्रत | 10 जुलाई 2023 |
दूसरा सोमवार का व्रत | 17 जुलाई 2023 |
तीसरा सोमवार का व्रत | 24 जुलाई 2023 |
चौथा सोमवार का व्रत | 31 जुलाई 2023 |
पाँचवा सोमवार का व्रत | 7 अगस्त 2023 |
छठा सोमवार का व्रत | 14 अगस्त 2023 |
सातवाँ सोमवार का व्रत | 21 अगस्त 2023 |
आठवाँ सोमवार का व्रत | 28 अगस्त 2023 |
solah somvar vrat samagri in hindi
सोलह सोमवार के व्रत में महिलाये पूर्ण विधि पूर्वक भगवान शिव की पूजा करती हैं। शिव आराधना में भगवान शिव की प्रिय वस्तुए भोग लगाई जाती है और विधि अनुसार आरती की जाती है। तो आइए जानते हैं सोलह सोमवार व्रत में कौनसी सामग्री की आवश्यता होती है।
- भगवान शिव की मूर्ति या फोटो
- भांग एवं भेलपत्र
- गंगाजल, दूध , दही
- धतूरा और इत्र
- सफेद चंदन और रोली
- अष्टगंध , जल, धूप और दीपक
- सफेद वस्त्र
- माँ पार्वती के शृंगार के लिए सामग्री
- गन्ने का रस और भगवान भोले के भोग के लिए मिठाई फल इत्यादि ।
solah somvar vrat puja vidhi
भगवान शिव की सोमवार की पूजा दिन के तीसरे पहर यानि शाम को लगभग 4 बजे आरंभ की जाती है। अपने सामर्थ्य के अनुसार ऊपर बताई गई solah somvar vrat samagri लेने के बाद भगवान शिव की पूजा करने हेतू आसन्न गृहण करें।
- सोमवार को सूर्योदय से पहले उठकर पानी में थोड़े काले तिल डालकर स्नान करें। उसके बाद भगवान शिव को याद करके लगातार सोलह सोमवार का व्रत रखने का संकल्प लें।
- साफ वस्त्र धारण करके भोलेनाथ को प्रणाम करें।सोमवार को ज्यादा चटक रंग के वस्त्र नहीं पहने हल्के रंग के वस्त्र पहनना चाहिए। सामान्यतया सफेद रंग के वस्त्र पहने जाते हैं।
- शिवपूज के लिए तांबे के बर्तन में शिवलिंग को स्थापित करें।
- शिवलिंग का अभिषेक गंगाजल से करना अतिउतम माना जाता है। दूध दही आदि से भी अभिषेक कर सकते हैं।
- हाथ में पान का पता , सुपारी और अक्षत लेकर ॐ नमः शिवय मंत्र का जाप करें और भगवान को सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
- शिवलिंग को सफेद पुष्प, धतुरा, बेल-पत्र, भांग एवं पुष्पमाला और पंचामृत अर्पित करें। इसके बाद सोलह सोमवार की व्रत सामग्री लेकर भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें।
- दीपक जलाकर ऋतु फल या बेल और नैवेद्य अर्पित करें।
- अब सोलह सोमवार व्रत कथा पढ़ें।
- भगवान शिव को चुरमें का भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद प्रसाद वितरित करें।
solah somvar vrat ke niyam
- जब आप सोलह सोमवार का व्रत करते हैं तो भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में ही करें। प्रदोष काल यानि दिन का तीसरा पहर, लगभग 4 बजे पूजा आरंभ करें।
- जब तक आप 16 सोमवार का व्रत रखें तब तक मांस मदिरा आदि का सेवन न करें। ऐसा करने से न केवल व्रत निष्फल होगा बल्कि भगवान शिव का क्रोध भी झेलना पड़ सकता है।
- 16 सोमवार के व्रत में पहले सोमवार को जो प्रसाद हम शिवजी को भोग लगाते है, सोलह सोमवार तक वही प्रसाद ही चड़ाया जाता है। यानि प्रत्येक सोमवार एक जैसा ही प्रसाद चड़ाये ।
- जब आप सोलह सोमवार का व्रत रखते हैं तो बृहमचर्य का पालन करें।
- इस व्रत में भोजन सफेद नमक रहित गृहण करें एव प्रसाद में भी नमक डालने से बचें।
सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं
जब हम 16 सोमवार का व्रत रखते हैं तो भगवान से अपनी मनोकामना मांगते हैं और अपने प्रियजनों का कुशल मंगल चाहते हैं। अगर आप अपने प्रियजनों को सावन के सोमवार की शुभकामनाएं भेजना चाहते हैं तो,सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएं भेजने का सबसे अच्छा माध्यम images हैं।
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