टीवी पर समाचार सुनते या अखबार में मौसम की जानकारी पढ़ते हम बहुत बार पढ़ते हैं की इस जगह बहुत गर्मी के कारण Heat Wave ( उष्ण लहर ) की चेतवानी जारी। भयंकर गर्मी के कारण मौसम विभाग ने जारी की Warm Night( गर्म रात्री ) की चेतावनी। क्या दिन में बहुत गर्मी होना Heat wave और रात में बहुत गर्मी पड़ना Warm Night कहलाता हैं ?
मौसम विभाग के अनुसार तो ही ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। ये सभी चेतवानी जारी करने के पीछे कई सारे मापदंड और नियम निर्धारित किए गए हैं, जो की पूरी दुनियाँ में एक जैसे हैं। तो आइए जानते हैं की वो कौनसे नियम हैं जिनके आधार पर किसी स्थान पर हीट वेव या Warm NIght आदि की चेतावनी मौसम विभाग जारी करता हैं।
Heat Wave (उष्ण लहर ) जारी करने के criteria क्या है ?
उष्ण लहर जारी करने लिए सबसे पहले यह देखा जाता है की वह स्थान मैदानी है या पहाड़ी है या तटीय प्रदेश है। क्यूंकी इन तीनों स्थानों पर जलवायू बिल्कुल अलग होती हैं इसलिए यह उष्ण लहर घोषित करने के अलग अलग मापदंड हैं।
मैदानी इलाके में उष्ण लहर / तीव्र उष्ण लहर
अगर किसी मैदानी इलाके का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है तथा यह अधिकतम तापमान उस स्थान के सामान्य अधिकतम तापमान से 4.5 डिग्री से 6.4 डिग्री अधिक है तो वहाँ उष्ण लहर घोषित की जा सकती है।
इसके अलावा अगर किसी मैदानी इलाके का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है तथा यह अधिकतम तापमान उस स्थान के सामान्य अधिकतम तापमान से 6.5 डिग्री या उससे अधिक है तो वहाँ तीव्र उष्ण लहर घोषित की जा सकती है।
पहाड़ी इलाके में उष्ण लहर / तीव्र उष्ण लहर
अगर किसी पहाड़ी इलाके का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है तथा यह अधिकतम तापमान उस स्थान के सामान्य अधिकतम तापमान से 4.5 डिग्री से 6.4 डिग्री अधिक है तो वहाँ उष्ण लहर घोषित की जा सकती है।
इसके अलावा अगर किसी पहाड़ी इलाके का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है तथा यह अधिकतम तापमान उस स्थान के सामान्य अधिकतम तापमान से 6.5 डिग्री या उससे अधिक है तो वहाँ तीव्र उष्ण लहर घोषित की जा सकती है।
तटीय इलाके में उष्ण लहर / तीव्र उष्ण लहर
अगर किसी तटीय इलाके का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है तथा यह अधिकतम तापमान उस स्थान के सामान्य अधिकतम तापमान से 4.5 डिग्री या उससे अधिक( > 4.5 डिग्री ) है तो वहाँ उष्ण लहर घोषित की जा सकती है।