मंगलवार के व्रत में केवल एक ही बार खाना खाया जाता है। लेकिन कई बार जानकारी नहीं होने के कारण की mangalwar ke vrat mein kya khana chahie, हम ऐसी चीजे खा लेते हैं जिससे हमारा व्रत टूट जाता है। शास्त्रों में कुछ वस्तुए बताई गई हैं जो मंगलवार को कभी नहीं सेवन करनी चाहिए।
मंगलवार का दिन हनुमान जी का जन्मदिन माना जाता है। इसलिए इस दिन व्रत रखकर और पूजा पाठ करके बजरंग बली के आशीर्वाद की कामना की जाती है। इस लेख में हम आपका यही confusion दूर करेंगे की मंगवार के व्रत का सही भोजन क्या है।
मंगलवार व्रत को करने के 3 तरीके
किसी भी व्रत को करने के 3 तरीके होते हैं। अपने शरीर के सामर्थ्य के अनुसार उनमें से किसी भी तरीके का पालन करके आप व्रत कर सकते हैं।
- निर्जला व्रत :- जैसा की नाम से ही स्पष्ट है बिना जल का । व्रत करने के इस तरीके में व्रत के दौरान अन्न, जल फलाहार आदि सबका त्याग किया जाता है। किसी भी प्रकार का तरल पेय पदार्थ या ठोस भोजन व्रत के दौरान नहीं लिया जाता है। सामान्यतया निर्जला एकादशी और करवा चौथ का व्रत निर्जला किया जाता है, साप्ताहिक व्रत निर्जला करने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर फिर भी आप शारीरिक रूप से निर्जला व्रत करने में सक्षम है तो मंगलवार का व्रत भी आप निर्जला रख सकती है।
- पूर्ण फलाहार :- उपवास करने के इस तरीके में पूरा उपवास केवल फलों पर किया जाता है। उपवास के दौरान आप फल और फलों का juice आदि ले सकते हैं। इसमें दिन में एक भी बार भोजन नहीं किया जाता है। फलों को व्रत का सबसे अच्छा भोजन माना गया है। इसलिए अगर आप चाहे तो मंगलवार का व्रत आप पूर्ण फलाहार पर कर सकती हैं।
- एक समय भोजन करना :- व्रत करने का यह तरीका सबसे ज्यादा प्रचलित है। व्रत के दौरान दिन में आप फल आदि का सेवन करते हैं और शाम को एक बार भोजन करते हैं। इसमें केवल एक बार भोजन का त्याग किया जाता है।
मंगलवार व्रत के दौरान पूरे दिन का भोजन कैसा हो ?
अगर आप मंगलवार व्रत में शाम को एक समय भोजन कर रहे है तो इस post में हम आपको बताएंगे की आपकी मंगलवार व्रत के दौरान पूरे दिन की दिनचर्या क्या हो। mangalwar ke vrat mein kya khana chahie और कब खाना चाहिए। याद रखें अगर आप व्रत रख रहें है तो कभी भी भर पेट कुछ भी ना खाए उपवास रखने का महत्व ही खत्म हो जाता है।
उपवास रखकर हम बजरंग बलि को बताना चाहते हैं की हम उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत रूपी तपस्या कर रहे हैं। प्राचीन का में ऋषि मुनि आदि कठोर तपस्या करके बजरंग बली को प्रसन्न करते थे लेकिन आधुनिक युग में यह संभव नहीं है। इसलिए उपवास रखकर हम अपने शरीर को कष्ट देकर पवन पुत्र हनुमान से उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।
- सुबह की शुरुवात :- मंगलवार सुबह की शुरुवात आप चाय, कॉफी दूध आदि से कर सकते हैं।
- साबूदाना की खिचड़ी और मखाने :- सुबह की चाय के बाद 10, 11 बजे जब आपको दुबारा भूख लगे तो आप थोड़े मखाने, साबुदान की खिचड़ी या मूंगफली आदि खा सकते हैं।
- फलाहार :- दोपहर के समय जब पुनः थोड़ा भूख का अहसास हो और शरीर में ऊर्जा की कमी लगे तो आप फलों का सेवन करें। चूंकि जल्दी पचते हैं और तुरंत आपके शरीर के ऊर्जा प्रदान करते हैं। फलों में आप कोई भी ऋतुफल खा सकते हैं। फलों को बिना नमक लगाए खाना चाहिए। हो सकते तो सेंध नमक भी ना प्रयोग करें।
- चाय कॉफी और juice :- शाम को दिन का अंतिम आहार आप चाय कॉफी आदि ले सकते हैं। अगर आप चाय नहीं पीते तो फलों का juice भी पी सकते हैं। इसके बाद आप कोई आहार ना ले । अब शाम को बजरंग बली की पूजा आरती के बाद ही भोजन करें।
mangalwar ke vrat mein kya khana chahie मंगलवार व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए
मंगलवार व्रत में केवल एक ही बार शाम को बजरंग बली को भोग लगाकर अन्न गृहण किया जाता है। मंगलवार व्रत में हमेशा सात्विक भोजन किया जाता है। सात्विक भोजन उसे कहते हैं जो देवताओं को अर्पण किया जा सके। इस दिन आप शाम के भोजन में निम्न चीजे शामिल कर सकते हैं।
- दूध और दूध के products :- इस दिन भोजन में आप दूध और दूध के उत्पाद जैसे दही, पनीर और छाछ आदि का सेवन कर सकते हैं।
- फल :- व्रत में फल खाना बहुत जरूरी होता है क्यूंकी फलों से हमारे शरीर में जरूरी पानी और ऊर्जा की पूर्ति होती रहती है। फल जल्दी digest होकर हमें तुरंत ऊर्जा देते हैं और हमारी body को dehydrate नहीं होने देते। मंगलवार के व्रत में आप सभी प्रकार के फल जैसे केला, आम, नारियल पानी, संतरा और कोई भी मौसम के अनुसार ऋतुफल खा सकते हैं।
- बेसन के लड्डू/ चक्की / चूरमा :- हनुमानजी को हमेशा मीठे का भोग लगाया जाता है। इसलिए मीठे में आप बजरंग बली को बेसन की चक्की या लड्डू का भोग लगाकर खुद भी खा सकते हैं। चूरमे का भोग भी बजरंग बलि को लगाया जाता है। लेकिन ध्यान रहे 24 घंटे में केवल एक ही बार शाम को अन्न का सेवन करें, फल आप कितनी ही बार खा सकते हैं।
- अन्य मीठे पकवान :- इसके अलावा मीठे में आप गेंहू और गुड़ की मीठी रोटी ( चीला ), खीर, मोतीचूर के लड्डू, मूंग दाल का हलवा आदि भी बना सकते हैं। इस दिन मीठा और बिना नमक का भोजन खाया जाता है।
- गेंहू और गुड़ :- मंगलवार के व्रत में आप गेंहू की रोटी और गुड़ भी गृहण कर सकते हैं।
- साबूदाना की खिचड़ी :- साबूदाना की खिचड़ी भी आप अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। जो पचने में आसान और तुरंत ऊर्जा देती है।
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मंगलवार के व्रत में क्या क्या नहीं खाना चाहिए
ऊपर हमने यह पढ़ा की मंगलवार के व्रत में क्या क्या खाना चाहिए। व्रत में क्या खाना चाहिए इसके साथ यह भी जानना बहुत जरूरी है की मंगलवार के व्रत में क्या क्या नहीं खाना चाहिए। क्यूंकी आपने कुछ ऐसी वस्तु का सेवन कर लिया जो व्रत में निषेध है तो आपका व्रत टूट सकता है। मंगलवार के व्रत में निम्न चीजे नहीं खानी चाहिए :-
- नमक :- मंगलवार के दिन नमक का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। सफेद नमक और सेंधा नमक दोनों नमक इस दिन खाना वर्जित है। हालांकि कुछ व्रतों में सेंधा नमक खा सकते हैं लेकिन मंगलवार के व्रत में सेंधा नमक भी नहीं खाना चाहिए।
- माँस मदिरा :- इस दिन केवल सात्विक भोजन किया जाता है। माँस मदिरा जैसे तामसिक भोजन कभी नहीं करना चाहिए।
- खिचड़ी :- मंगलवार के व्रत में खिचड़ी भी वर्जित मानी गई है।
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सारांश / निष्कर्ष
इस post में हमने जाना की mangalwar ke vrat mein kya khana chahie और कौनसी चीजे खाना वर्जित है। हमने मंगलवार सुबह से शाम की भोजन की दिनचर्या के बारे में पढ़ा । अगर आपके मंगलवार व्रत के भोजन से संबंधित और भी questions हैं तो comment करके जरूर बताएं। अगर आपको यह post पसंद आई तो अपने दोस्तों के साथ share करना बिल्कुल ना भूलें।
FAQs
क्या मंगलवार के व्रत में मूंगफली खा सकते हैं?
हाँ, मंगलवार के व्रत में मूंगफली खा सकते हैं। मंगलवार को मूंगफली खाने की कोई मनाही नहीं है । आप भूनकर , कच्ची किसी भी तरह से मूंगफली का सेवन कर सकते हैं।
क्या हम मंगलवार के व्रत में 12 बजे के बाद खा सकते हैं?
नहीं, मंगलवार के व्रत में 12 बजे बाद खाना नहीं खा सकते। मंगलवार सूर्योदय से लेकर बुधवार सूर्योदय तक केवल एक ही बार अन्न का सेवन करना होता है। मंगलवार शाम को बजरंग बली को भोग लगाकर खाना खाया जाता है उसके बाद सूर्योदय तक कुछ नहीं खाया जाता।
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क्या मंगलवार के व्रत में रोटी खा सकते हैं?
हाँ, मंगलवार के व्रत में शाम को हनुमान जी की पूजा अर्चना करने के बाद उनको भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद आप एक बार अन्न गृहण कर सकते हैं। इस अन्न में मिठाई, रोटी, गुड़ आदि कुछ भी कहा सकते है। मंगलवार को मीठा और नमक रहित भोजन किया जाता है।
मंगलवार को खिचड़ी खाना चाहिए या नहीं
नहीं, मंगलवार को खिचड़ी नहीं खानी चाहिए। इसका कारण ज्योतिष शास्त्र से जुड़ा है। खिचड़ी को नकारात्मक ऊर्जा से सम्बन्धित माना जाता है। मंगलवार को ज्योतिष शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचारक माना जाता है। इसलिए खिचड़ी और मंगलवार का संयोग नहीं है।
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मंगलवार व्रत में दही खा सकते हैं
हाँ, आप मंगलवार को दही खा सकते हैं। मंगलवार को दूध और दूध के सारे उत्पाद आप खा सकते हैं। दूध सात्विक भोजन माना जाता है और मंगलवार को सात्विक भोजन ही करना चाहिए। मंगलवार को केवल तामसिक भोजन करने की मनाही है।
मंगलवार के व्रत में सेंधा नमक खाना चाहिए या नहीं
नहीं, मंगलवार को सेंधा और सफेद दोनों ही नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि कुछ व्रतों में सेंधा नमक आप खा सकते हैं लेकिन मंगलवार के व्रत में सेंधा नमक सेवन करने से बचें।
मंगलवार के व्रत में चाय पी सकते हैं
हाँ, मंगलवार के व्रत में आप चाय, कॉफी, दूध इत्यादि का सेवन कर सकते हैं। व्रत के दिन हमारा पेट बिल्कुल खाली होता है इसलिए ज्यादा चाय पीने से बचें क्यूंकी ज्यादा चाय पीने से acidity हो सकती है। 1, 2 बार चाय पी सकते हैं। व्रत के दिन चे पीते समय यह ध्यान रखें की अपने कप आदि को अच्छे से साफ करें और पूरे दिन अपने एक ही कप में चाय पिए। जिससे व्रत टूटने का भय नहीं रहता है।
क्या मंगलवार के व्रत में केला खा सकते हैं?
हाँ, मंगलवार के व्रत में केला खा सकते हैं। मंगलवार के व्रत में सभी प्रकार के फल आप खा सकते हैं। व्रत में फलों का सेवन करने से शरीर में जल्दी ऊर्जा मिलती हैं और dehydration नहीं होता। केवल बृहस्पतिवार के व्रत में केला खाना वर्जित होता है।
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