किसी भी स्थान का चौघड़िया जानने के लिए हमें वहाँ के सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का पता होना चाहिए। अगर आप भी भारत के किसी भी स्थान का aaj ka choghadiya चौघड़िया जानना चाहते है तो इस पोस्ट में आसानी से जान सकते हैं।
यह पेज अभी जयपुर, राजस्थान का आज का चौघड़िया दिखा रहा है। अगर आप किसी भी अन्य स्थान का चौघड़िया जानना चाहते हैं तो उस शहर का नाम नीचे दिए गए search box में डालें। अगर आप अपने वर्तमान स्थान , जहां पर आप अभी हैं, का चौघड़िया जानना चाहते हैं तो “user current location ” बटन पर click करें।
aaj ka choghadiya
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आज का दिन का चौघड़िया
आज में सूर्योदय सुबह बजे होगा और सूर्यास्त का समय शाम बजे है। इसलिए आज का दिन मिनट का होगा। दिन का पहला चौघड़िया सूर्योदय के समय शुरू होता है और दिन का अंतिम चौघड़िया सूर्यास्त पर समाप्त होता है। चूंकि दिन में कुल 8 चौघड़िये होते हैं इसलिए प्रत्येक चौघड़िया मिनट का होगा।
दिन का चौघड़िया | समय |
---|---|
shubh | सुबह 07:22 AM से 08:44 AM तक |
labh | सुबह 08:44 AM से 10:07 AM तक |
udweg | सुबह 10:07 AM से 11:29 AM तक |
amrit | सुबह 11:29 AM से 12:51 AM तक |
as | दोपहर 12:51 PM से 02:13 PM तक |
sdf | दोपहर 02:13 PM से 03:35 PM तक |
dfd | दोपहर 03:35 PM से 04:57 PM तक |
dfd | शाम 04:57 PM से 6:20 PM तक |
आज रात का चौघड़िया
रात का पहला चौघड़िया सूर्यास्त से शुरू होता है और रात का अंतिम चौघड़िया अगले दिन सूर्योदय पर समाप्त होता है।
रात का चौघड़िया | समय |
---|---|
shubh | शाम 6:20 से 7:57 तक |
labh | रात 7:57 से 9:35 तक |
udweg | रात 9:35 से 11:13 तक |
amrit | रात 11:13 से 00:51 तक (अगले दिन ) |
as | रात 00:51 से 02:28 तक (अगले दिन ) |
sdf | रात 02:28 से 04:06 तक (अगले दिन ) |
dfd | रात 04:06 से 05:44 तक (अगले दिन ) |
dfd | सुबह 05:44 से 07:22 तक (अगले दिन ) |
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दिन का चौघड़िया image
रात का चौघड़िया image
चौघड़िया क्या होता है ?
पंचाग के अनुसार समय को नापने की कई इकाई हैं जैसे घड़ी, दिन, महीने और साल। इसी तरह aaj ka choghadiya भी समय को नापने की एक एकाई है। चौघड़िया, जैसा की नाम से सही स्पष्ट है चार घड़िया। यानि हिन्दू पंचाग के अनुआर चार घड़ी के बराबर समय 1 चौघड़िया कहलाता है। पंचाग के अनुसार 24 मिनट के बराबर समय को 1 घड़ी कहते हैं। चार घड़ियाँ यानि 96 मिनट का 1 चौघड़िया होता है। कुल 7 चौघड़िया होते हैं जिनके नाम क्रमशः शुभ, अमृत, चर, रोग, काल, लाभ और उद्वेग हैं।
चौघड़िया पद्धति में दिन और रात को बराबर बराबर 8 भागों में बांटा गया है। चूंकि चौघड़िया 7 ही होते हैं इसलिए 1 चौघड़िया हमेशा 2 बार आता है। दिन का पहला और अंतिम चौघड़िया का नाम एक ही होता है।
चौघड़िया मुहूर्त कैसे निकाले
aaj ka choghadiya का समय क्या है यह जानने के बाद अब सीखते हैं की आखिर चौघड़िया मुहूर्त निकालने की विधि क्या है। किस स्थान का चौघड़िया निकलने के लिए सबसे पहले हमें सूर्योदय और सूर्यास्त का समय पता होना चाहिए। चूंकि हर स्थान के लिए सूर्योदय और सूर्यास्त के समय में अंतर होता है इसलिए हर जगह के चौघड़िया के समय में अंतर आता है। मान लीजिए आज का सूर्योदय का समय 06:00 AM है और सूर्यास्त का समय शाम को 07:10 PM है।
अतः आज का दिन 13 घंटे 10 मिनट यानि 790 मिनट का है। अब हमें पूरे दिन को 8 बराबर भागों में बांटना है । अतः प्रत्येक भाग ( चौघड़िया ) 790/8=98.75 मिनट ( 99 मिनट ) का है। अतः आज का हर चौघड़िया 99 मिनट का होगा। पहला चौघड़िया सूर्योदय यानि 06:00 AM से शुरू होगा और 99 मिनट चलेगा यानि 07:39 AM तक। इसी तरह आगे के चौघड़िया चलेंगे। इसी तरह रात का चौघड़िया निकाला जाता है। रात का चौघड़िया अगले दिन के सूर्योदय पर समाप्त होता है।
- शुभ( शुभ ) :- ग्रहों में बृहस्पति गृह को शुभ गृह माना जाता है। इसलिए बृहस्पतिवार का दिन हमेशा शुभ चौघड़िया से आरंभ होता है और शुभ चौघड़िया के दौरान सारे शुभ कार्य जैसे शादी विवाह आदि किए जाते हैं।
- अमृत ( शुभ ):- चंद्र गृह का प्रभाव हमारे जीवन में सबसे मंगलकारी माना गया है। चंद्रमा से प्रभाव से सारे मंगल कार्य सम्पन्न होते हैं। इसलिए सोमवार का दिन सबसे शुभ चौघड़िया यानि अमृत चौघड़िया से आरंभ होता है। अमृत चौघड़िया के दौरान सारे शुभ कार्य सिद्ध होते हैं।
- चर( शुभ ) :- चर चौघड़िया को शुक्र गृह से संबंधित माना गया है। इसलिए शुक्रवार का दिन चर चौघड़िया से ही शुरू होता है और चर चौघड़िया पर सही समाप्त होता है। चर चौघड़िया के दौरान यात्रा आरंभ करना शुभ माना जाता है।
- रोग (अशुभ ):- माना जाता है की जिस व्यक्ति के मंगल गृह का दोष होता है उसे खून संबंधी रोग आदि हो जाते हैं। इसलिए मंगलवार हमेशा रोग चौघड़िया से शुरू होता है। इसीलिए रोग चौघड़िया को अशुभ चौघड़िया माना जाता है।
- काल (अशुभ ):- काल चौघड़िया को अशुभ चौघड़िया माना जाता है। काल को शनि गृह से संबंधित माना जाता है। इसलिए शनिवार हमेशा काल चौघड़िया से शुरू होता है। काल चौघड़िया के दौरान भी कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
- लाभ ( शुभ ):- लाभ चौघड़िया शुभ चौघड़िया माना जाता है। दिन की इस समयावधि में आप अपने सारे शुभ कार्य कर सकते हो। लाभ चौघड़िया को बुध गृह से संबंधित माना जाता है। इसलिए बुधवार हमेशा लाभ चौघड़िया से आरंभ होता है।
- उद्वेग (अशुभ ):- रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित किया गया है। अगर किसी के जीवन में सूर्य का दोष चल रहा हो तो उसके जीवन में अमंगल कार्य ही होते हैं । इसलिए रविवार का दिन उद्वेग चौघड़िया से ही शुरू होता है। जो की दिन का एक अशुभ समय माना जाता है।
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अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
आज का शुभ मुहूर्त कितने बजे है
शुभ चौघड़िया जीतने समय तक होता है उसे शुभ मुहूर्त कहा जाता है। अमृत, शुभ, लाभ और चार चौघड़िया जीतने समय तक होता है वह शुभ समय माना जाता है।
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कौनसे चौघड़िया अच्छा होता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी शुभ कार्य को करने के लिए अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघड़ियाओं को उत्तम माना गया है ।
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